राजसत्ता जब जतना की बुनियादी ज़रूरतों को पूरा करने में नाकाम होती है तो आम लोगों को भावनात्मक मुद्दों पर तरह तरह से उलझाती है. भारत में हिंदुत्व की राजनीति अपने जन्म से लेकर आज तक यही करती रही है. चूंकि ये धर्म, राष्ट्र, देशप्रेम, सेना का सम्मान आदि पर हमेशा बात करते हैं, इसलिए लगता है कि इनके लिए देश, धर्म, राष्ट्र ही सर्वोपरि है. ये बातें जनता को भी अपील करती हैं. इन भावनात्मक मुद्दों का जादू देखिये