'राहुल गांधी की छवि बिगाड़कर ही बीजेपी ने सफलता हासिल की' :शिवसेना
राहुल गांधी ने अपनी राजनीतिक परिपक्वता यह कहकर दिखा दी है कि यह मोदी से नहीं बल्कि कोरोना से लड़ने का वक्त है.

उद्धव ठाकरे की पार्टी शिवसेना ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की अपने मुखपत्र में जमकर तारीफ की है. सामना ने लिखा गया है कि राहुल गांधी का कोरोना संकट में रवैया सकारात्मक है और उन्होंने दिखा दिया है कि संकट के दौरान जिम्मेदार विपक्षी पार्टी को कैसे पेश आना चाहिए। राहुल गांधी ने अपनी राजनीतिक परिपक्वता यह कहकर दिखा दी है कि यह मोदी से नहीं बल्कि कोरोना से लड़ने का वक्त है.
सामना के संपादकीय में शिवसेना कहा गया है कि गांधी और मोदी को कोरोनावायरस पर देशहित के लिए आमने-सामने आकर चर्चा करनी चाहिए। हो सकता है कि राहुल गांधी के बारे कुछ विचार हो लेकिन वो तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह के बारे में भी हैं। बीजेपी ने तो राहुल गांधी की छवि बिगाड़कर ही आधी सफलता हासिल की है। राहुल गांधी ने पहले ही कोरोना वायरस के खतरे को भांप लिया और सरकार को जरूरी कदम उठाने के लिए लगातार आगाह करते रहे। जब हर कोई कांग्रेस नीत मध्य प्रदेश सरकार को गिराने में व्यस्त था तब गांधी सरकार को कोरोना वायरस संकट से निपटने के लिए जगा रहे थे।
दरअसल राहुल गांधी ने कोरोना से बने हालातो के बीच एक प्रेस वार्ता की है. जहां एक सवाल के जवाब में वे कहते है कि ‘ये टाइम है कोरोना से लड़ने का न कि सरकार से. पीएम मोदी से असहमत रहता हूं लेकिन आज बात कोरोना से लड़ाई की है। ऐसे वक्त में भी अगर आज हम एक-दूसरे से लड़ेंगे तो देश कोरोना से हार जाएगा।
प्रेस वार्ता में गांधी ने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि हमें अब इकॉनमी के स्तर पर तैयार रहना चाहिए। क्योंकि गरीबों के समक्ष अनाज का संकट आने वाला है। बेरोजगारी बढ़ रही है। सूक्ष्म-लघु उद्योग संकट में है और बड़ी कंपनियों को मदद की आवश्यकता है.
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