खरगौन हिंसा में अब तक 175 लोगों की हो चुकी है गिरफ़्तारी
10 अप्रैल को मध्यप्रदेश के इस शहर में होने वाली हिंसा से संबंधित कुल 64 एफ़आईआर दर्ज की गई है

खरगोन: राम नवमी के जुलूस के बाद मध्य प्रदेश के खरगौन में हुई सांप्रदायिक हिंसा के मामले में पुलिस ने अब तक 175 लोगों को गिरफ़्तार किया है।
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार इंचार्ज एसपी रोहित कशवानी ने बताया कि खरगौन में अब कर्फ़्यू में नौ घंटे की ढील दी गई है जो सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक रहा करेगा। उन्होंने बताया कि शनिवार को कर्फ्यू में ढील देने के बाद कोई अप्रिय घटना देखने को नहीं मिली। कशवानी ने रिपोर्टर्स से कहा कि 10 अप्रैल को खरगौन में हुई हिंसा के संबंध में 64 एफ़आईआर दर्ज की गई हैं और 175 लोग गिरफ़्तार किए गए हैं।
उन्होंने बताया कि खरगौन एसपी सिद्धार्थ चौधरी पर गोली चलाने के संबंध में मोहसिन उर्फ़ वसीम को गिरफ्तार किया गया है और उसे शनिवार को स्थानीय कोर्ट में पेश किया गया जिसके बाद उसे तीन दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया गया। उन्होंने बताया कि बाक़ी अभियुक्तों की खोजबीन भी तकनीकी सबूत के आधार पर खरगौन और आसपास की जगहों से की जा रही है।
आपको बाता दें कि स्थानीय प्रशासन ने रविवार को लगातार दूसरे दिन खरगोन में सुबह आठ बजे से शाम पांच बजे तक नौ घंटे के लिए कर्फ्यू में ढील दी है। खरगोन जिले के प्रभारी पुलिस अधीक्षक रोहित काशवानी ने कहा कि खरगोन शहर में रात का कर्फ्यू जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि शनिवार को कर्फ्यू में ढील के दौरान किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार काशवानी ने शनिवार को संवाददाताओं को बताया कि 10 अप्रैल को खरगोन शहर में हुई हिंसा के संबंध में अब तक 64 प्राथमिकियां दर्ज की गई हैं और 175 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
उन्होंने कहा कि खरगोन के पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ चौधरी पर गोली चलाने के मामले में गिरफ्तार मोहसिन उर्फ वसीम को शनिवार को स्थानीय अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया है। काशवानी ने बताया कि आरोपी से पूछताछ की जा रही है। उन्होंने कहा कि तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर खरगोन के पास के इलाकों और अन्य स्थानों पर अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है।
खरगोन में 10 अप्रैल को हुई हिंसा में दुकानों, घरों एवं वाहनों को नुकसान पहुंचाया गया था। इसके बाद पूरे शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया था। स्थानीय प्रशासन14 अप्रैल से कुछ घंटों के लिए कर्फ्यू में ढील दे रहा है। इस हिंसा में खरगोन के पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ चौधरी को पैर में गोली लगी थी, वह फिलहाल छुट्टी पर हैं और उनका इलाज चल रहा है। जिला प्रशासन के आदेश के अनुसार कर्फ्यू में ढील स्थानीय अनाज मंडी, पेट्रोल पंपों और सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) की दुकानों से मिट्टी के तेल की बिक्री के लिए लागू नहीं होगी,केवल दूध, सब्जियों, दवाओं की दुकानों को खोलने की अनुमति दी गई है, लेकिन धार्मिक स्थल बंद रहेंगे।
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