नाजिया परवीन समेत 3 मुस्लिम नर्सों को मिला राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटिंगेल अवॉर्ड, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने किया सम्मानित
भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने नर्सिंग क्षेत्र में उत्कृष्ठ कार्य करने के लिए 51 नर्सों को राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटिंगेल अवॉर्ड से सम्मानित

अवॉर्ड कार्यक्रम राष्ट्रपती भवन में आयोजित किया गया गया, जिसमें खुद राष्ट्रपती द्रौपदी मुर्मू ने नर्सों को अपने हाथ से अवॉर्ड देकर नर्सों को सम्मानित किया।
बिहार की रहने वाली नाजिया परवीन, जम्मू एवं कश्मीर के अहमदुल्लाह वानी एवं लक्षदीप के मौहम्मद कासिम को राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटिंगेल अवॉर्ड 2021 से सम्मानित किया गया।
यह सम्मान निस्वार्थ भाव से मरीजों की सेवा करने के लिए 51 नर्सों को दिया गया हैं. इस अवॉर्ड की शुरूआत वर्ष 1973 में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा समाज में नर्सों और नर्सिंग पेशेवरों द्वारा प्रदान की गई मेधावी सेवाओं के लिए मान्यता के रूप में की गई थी।
राष्ट्रपती द्रौपदी मुर्मू ने कहा, नर्सों को उनके अनुकरणीय कार्य और निस्वार्थ सेवा के लिए राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटिंगेल पुरस्कार 2021 प्रदान करते हुए प्रसन्नता हो रही है.0COVID-19 महामारी ने दुनिया को हमारी नर्सों की दुर्जेय भावना दिखाई है – ओवरटाइम काम करना, परिवारों से दूर, और अत्यधिक मांग वाली परिस्थितियों में सेवा करना।
Delighted to present National Florence Nightingale Awards 2021 to nurses for their exemplary work and selfless service. COVID-19 pandemic has shown the world the formidable spirit of our nurses — working overtime, away from families, and serving in extremely demanding conditions. pic.twitter.com/76oHuP7946
— President of India (@rashtrapatibhvn) November 7, 2022
स्वास्थ्य सेवा को मजबूत करने में नर्सों का योगदान अनुकरणीय रहा है. ये पुरस्कार विजेता देश में युवा नर्सों और दाइयों को साथी नागरिकों की बेहतरी के लिए प्रतिबद्धता और करुणा के साथ काम करने के लिए प्रेरित करेंगे. पूरी नर्सिंग बिरादरी को मेरी शुभकामनाएं।
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