शराब घोटाले केस में मनीष सिसोदिया गिरफ्तार, सीबीआई ने कहा- सवालों के जवाब से बच रहे थे सिसोदिया

सिसोदिया की गिरफ़्तारी के बाद सीबीआई ने बयान जारी कर कहा है कि दिल्ली की शराब नीति के अनुपालन में हुई गड़बड़ी की जांच के दौरान सिसोदिया को गिरफ़्तार किया गया है।

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27 फरवरी 2023 @ 12:51
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आम आदमी पार्टी के नेता एवं उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को दिल्ली शराब घोटाला मामले में रविवार को सीबीआई ने 8 घंटे की लंबी पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया। सिसोदिया की यह गिरफ्तारी सबूतों को नष्ट करने के आरोप में हुई है। सिसोदिया को सोमवार को दोपहर में अदालत में पेश किया जाएगा।

अधिकारियों ने कहा कि सीबीआई की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा के अधिकारियों ने आबकारी नीति के विभिन्न पहलुओं, दिनेश अरोड़ा और अन्य आरोपियों के साथ उनके कथित संबंधों और कई फोन से संदेशों के आदान-प्रदान के विवरण सहित अन्य मुद्दों पर मंत्री से पूछताछ की। सीबीआई जांचकर्ता सिसोदिया के जवाब से संतुष्ट नहीं थे। उन्होंने आरोप लगाया कि सिसोदिया जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे जिसके परिणामस्वरूप उन्हें गिरफ्तार किया गया।

आप को बता दें कि मनीष सिसोदिया के ख़िलाफ़ कई महीनों से जांच चल रही थी। रविवार को सीबीआई ने उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया था और शाम सात बजे ख़बर आई कि उन्हें गिरफ़्तार कर लिया गया है। इससे पहले भी सिसोदिया को पिछले रविवार को पूछताछ के लिए बुलाया था। लेकिन बजट की तैयारियों का हवाला देते हुए उन्होंने इसे टालने का अनुरोध किया था। इसके बाद, सीबीआई ने उन्हें 26 फरवरी को पेश होने को कहा था। वहीं पूछताछ से पहले खुद सिसोदिया ने भी खुद की गिरफ्तारी की आशंका जताई थी।

आम आदमी पार्टी ने सिसोदिया की गिरफ़्तारी को 'तानाशाही' कहा है और रविवार को 'लोकतंत्र के लिए काला दिन' बताया है। पार्टी ने कहा कि बीजेपी ने ये गिरफ़्तारी राजनीतिक द्वेष के चलते की। वहीं, बीजेपी ने सिसोदिया की गिरफ़्तारी को सही ठहराया है। इस बीच राजधानी दिल्ली में सुरक्षा के इंतज़ाम कड़े कर दिए गए हैं। सीबीआई मुख्यालय के बाहर रैपिड एक्शन फोर्स तैनात की गई है।

उधर दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने सिसोदिया को 'बेकसूर' बताया है। उन्होंने कहा है कि लोगों में 'बहुत ग़ुस्सा है' और वो सब देख रहे हैं। उन्होंने ट्वीटर पर लिखा, "मनीष बेक़सूर हैं. उनकी गिरफ़्तारी गंदी राजनीति है। मनीष की गिरफ़्तारी से लोगों में बहुत रोष है। लोग सब देख रहे हैं. लोगों को सब समझ आ रहा है। लोग इसका जवाब देंगे। इससे हमारे हौसले और बढ़ेंगे। हमारा संघर्ष और मज़बूत होगा"।

आम आदमी पार्टी के सांसद सांसद संजय सिंह ने ट्विटर पर लिखा, " सिसोदिया की गिरफ़्तारी तानाशाही की इंतहा है। आपने एक नेक इंसान और सर्वश्रेष्ठ शिक्षा मंत्री को गिरफ़्तार करके अच्छा नही किया मोदी जी, भगवान भी आपको माफ़ नही करेगा। एक दिन आपकी तानाशाही का अंत ज़रूर होगा मोदी जी"।

वहीं भारतीय जनता पार्टी ने कहा है कि सिसोदिया को तो गिरफ़्तार होना ही था, अगला नंबर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का है।

बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने एक ट्वीट करके कहा, "मैं शुरू से कह रहा हूँ केजरीवाल , मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन जेल जाएंगे , इनमें से दो लोग जेल जा चुके, अगला नंबर केजरीवाल का है।

इससे पहले सीबीआई ने सिसोदिया के 'करीबी सहयोगी' दिनेश अरोड़ा के इकबालिया बयान, साउथ लॉबी के कथित सदस्यों और नीति को अपने पक्ष में कराने वाले नेताओं व शराब कारोबारियों के समूह से मिली जानकारी के आधार पर उपमुख्यमंत्री से विस्तृत पूछताछ की। आरोप है कि शराब व्यापारियों को लाइसेंस देने की दिल्ली सरकार की नीति से कुछ डीलरों को फायदा पहुंचा। आरोप है कि इन लोगों ने इसके लिए कथित रूप से रिश्वत दी थी।

हालांकि, आम आदमी पार्टी ने इस आरोप का खंडन किया था। सीबीआई के अनुसार यह भी आरोप है कि आबकारी नीति में बदलाव, लाइसेंसधारकों को अनुचित लाभ देना, लाइसेंस शुल्क में छूट/कमी, अनुमोदन के बिना एल-1 लाइसेंस का विस्तार आदि सहित अनियमितताएं की गईं।

सीबीआई ने अपने बयान में कहा है कि साल 2021-22 के लिए बनाई गई आबकारी नीति में गड़बड़ी के मामले में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और 14 अन्य लोगों के ख़िलाफ़ मुक़दमा दर्ज किया गया था। उसके मुताबिक इस मामले में मुंबई स्थित एक कंपनी के सीईओ समेत 6 लोगों के ख़िलाफ़ 25 दिसंबर 2022 को चार्जशीट दाख़िल की गई थी और इस मामले में अभी आगे की जांच चल रही है।

सीबीआई ने अपने बयान में कहा है कि सिसोदिया को 19 फ़रवरी 2023 को जांच में शामिल होने के लिए नोटिस दिया गया था। जांच एजेंसी ने अपने बयान में कहा है कि मनीष सिसोदिया ने अपनी व्यवस्तता का हवाला देते हुए एक सप्ताह का समय लिया था। उनकी इस मांग को स्वीकार करते हुए 26 फ़रवरी को जांच में शामिल होने का नोटिस दिया गया। सीबीआई ने कहा है कि रविवार को पूछताछ के दौरान जो सवाल सिसोदिया से पूछे गए उन्होंने उनका जवाब नहीं दिया। उसका कहना है कि जांच के दौरान ऐसे सबूत जुटाए गए थे जिनसे उनकी संलिप्तता साबित होती है। इसी से जुड़े सवालों के जवाब सिसोदिया नहीं दे सके।

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