उमेश पाल हत्याकांड के आरोपियों पर गिरा गाज, अतीक अहमद के किराए वाले घर पर चला प्रशासन का बुलडोजर
उमेश पाल हत्याकांड के आरोपी अतीक अहमद के किराए वाले घर पर प्रशासन का बुलडोजर चला है।

यूपी सरकार ने उमेश पाल हत्याकांड के आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। बुधवार सुबह माफिया अतीक अहमद के करीबी जफर अहमद के धूमनगंज थाना क्षेत्र के चकिया मोहल्ले के घर को बुलडोजर से गिराया जा रहा है। इसी घर में अतीक का परिवार किराए पर रहता था। प्रयागराज प्रशासन का कहना है कि घर का नक्शा पास नहीं कराया गया और इसे अवैध रूप से बनाया गया है।
NDTV के अनुसार जफर, बाहुबली अतीक अहमद का बेहद करीबी और आर्थिक रूप से काफी मजबूत है। बताया जाता है कि उसकी इसी सफेद कोठी में उमेश पाल के हत्यारे रुके थे। जफर के घर पर ही उमेश पाल की हत्या की साजिश रची गई थी। जफर के घर पर ही 2021 से अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन और उसके बच्चे रहते थे। यहां से थोड़ी दूर पर ही अतीक का घर है। बताया जाता है कि गुड्डू मुस्लिम, नफीज, अरमान, सदाकत और गुलाम के घर भी गिराए जा सकते हैं।
भास्कर के रोपोर्ट के मुताबिक, अतीक अहमद के वकील खान सौलत हनीफ ने कहा, 'आज जो मकान चकिया में 297/205 ध्वस्त किया जा रहा है वो बेनामी संपत्ति नही है। ये मकान जफर अहमद खान का है। जफर मूलतः बांदा का रहने वाला है। इस मकान को 7 जनवरी 2021 को जफर के पिता ने अपने धन से खरीदा था। इसके ठीक सामने अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन का मायका है। अतीक अहमद का चकिया स्थित मकान गिराए जाने के बाद वो अपने मायके में ही रह रही थीं। अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन ने जफर अहमद से इस मकान को किराए पर ले लिया था। शाइस्ता और उनका परिवार इसी मकान में 2021 से रह रहा था। प्रयागराज विकास प्राधिकरण की ओर से जफर अहमद को बिना किसी नोटिस दिए ही अवैध तरीके से बुलडोजर चलाया जा रहा है।'
गौरतलब है कि उमेश पाल हत्याकांड के बाद CM योगी ने विधानसभा में ऐलान किया था कि माफिया को मिट्टी में मिला देंगे। इसके बाद पुलिस और प्रशासन एक्शन में दिख रहा है। एक आरोपी अरबाज का एनकाउंटर कर दिया गया है। सदाकत नाम के आरोपी को पकड़ लिया। वहीं, हत्याकांड में इस्तेमाल क्रेटा कार के मालिक बिरयानी बेचने वाले नफीस को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है।
आप कि बता दें बीते शुक्रवार को धूमनगंज थाना अंतर्गत जयतीपुर में उमेश पाल और उसके एक सुरक्षाकर्मी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. उमेश पाल, बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड का मुख्य गवाह था। सोमवार को पुलिस के साथ मुठभेड़ में उमेश पाल हत्याकांड का एक अभियुक्त अरबाज मारा गया. इस मुठभेड़ में धूमनगंज के थाना प्रभारी राजेश मौर्य घायल हो गए, जिनका उपचार एसआरएन अस्पताल में हो रहा है।
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