फ़ीफ़ा ने रूस पर लगाए बेहद सख़्त प्रतिबंध
इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी ने भी इंटरनेशनल स्पोर्ट्स फेडरेशन से रूस और बेलारूस के खिलाड़ियों पर पाबंदी लगाने की सिफारिश की है

नई दिल्ली: यूक्रेन पर रूस के हमले का विरोध करते हुए अंतरराष्ट्रीय फ़ुटबॉल गवर्निंग बॉडी फ़ीफ़ा ने और यूरोप की गवर्निंग बॉडी यूएफ़ा ने रूस के फ़ुटबॉल क्लब्स और नेशनल टीम को सभी प्रतियोगिताओं से निलंबित कर दिया है। फ़ीफ़ा की ओर से यह क़दम इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी (आईओसी) के इंटरनेशनल स्पोर्ट्स फेडरेशन से रूस और बेलारूस के खिलाड़ियों पर पाबंदी लगाने की सिफारिश के बाद उठाया गया है।
फ़ीफ़ा के इस फ़ैसले का असर यह होगा कि रूस की पुरुष टीम अगले महीने अपने विश्व कप प्ले-ऑफ़ मैच नहीं खेल पाएगी और महिला टीम को आने वाले महीनों में होने जा रहे समर- यूरोपियन चैंपियनशिप से प्रतिबंधित कर दिया गया है। फ़ीफ़ा और यूईएफ़ा ने एक संयुक्त बयान जारी कर कहा,"फ़ुटबॉल पूरी तरह एकसाथ है और यूक्रेन में प्रभावित सभी लोगों के साथ उनकी पूरी संवेदना है।"
दूसरी ओर इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी (आईओसी) ने इंटरनेशनल स्पोर्ट्स फेडरेशन से रूस और बेलारूस के खिलाड़ियों पर पाबंदी लगाने की सिफारिश की है। ये फ़ैसला रूस के यूक्रेन पर हमले के मद्देनज़र किया गया है। आईओसी ने सोमवार को एक बयान जारी किया गया है। इसमें संगठन के एक्ज़ीक्यूटिव बोर्ड ने कहा है कि ऐसे मामलों में जहां खिलाड़ियों को खेल प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने से रोकना मुमकिन न हो, वहां उन्हें रूस या फिर बेलारूस के नाम से हिस्सा लेने की इजाज़त नहीं दी जाएगा। बयान में कहा गया है, “कोई राष्ट्रीय चिन्ह, रंग, झंडा या फिर राष्ट्रगान गाने की अनुमति नहीं होगी।”
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