जिस तरह आपातकाल के समय अख़बारों को छपने से पहले सरकार की अनुमति लेनी पड़ती थी, कुछ इसी तरह दैनिक भास्कर में हुआ. भास्कर पर रेड को लेकर कोई भी खबर प्रकाशित करने से पहले आयकर विभाग के अधिकारियों को दिखाना पड़ रहा था. जिसके बाद ग्रुप ने अपनी अन्य खबरों में भी लिखना शुरू कर दिया कि, “भास्कर दफ्तर में बैठे अधिकारियों का निर्देश है कि छापे से जुड़ी हर खबर दिखाकर पब्लिश करनी है.''