कोविड-19 की दूसरी और कहीं अधिक खतरनाक लहर पूरे देश में छा चुकी है. जहाँ मरीज़ और उनके परिजन बिस्तरों, ऑक्सीजन और आवश्यक दवाओं की कमी से जूझ रहे हैं वहीं कोविड योद्धा इस कठिन समय में समाज की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे. लोगों की भोजन और अन्य ज़रूरतों को पूरा करने के लिए कई स्वयंसेवी संस्थाएं आगे आईं हैं. इस महामारी ने एक ओर मानवता का चेहरा हमारे सामने लाया है वहीं हमारे शासकों के कई निर्णय काफी चौंकाने वाले हैं.